भोपाल. यस बैंक के एमपी नगर जोन-1 स्थित ब्रांच के सामने ग्राहकों की लंबी लाइनें लगी हैं। हालांकि, ब्रांच से शनिवार को केवल 127 लोगों को ही टोकन दिया गया है, जो 50 हजार रुपए निकाल पाएंगे। यह शहर की सबसे बड़ी और पुरानी ब्रांच है। यस बैंक की शहर में 3 और शाखाएं हैं। इनमें इंद्रपुरी, बिट्टन मार्केट और हमीदिया रोड पर ब्रांच शामिल है। साथ में एटीएम भी हैं, जो इस समय खाली पड़े हैं। शहर में करीब 12-13 हजार खाता धारक हैं।
चेक बाउंस हो गए तो मेरा क्या होगा ?
सिविल कॉन्ट्रेक्टर अखिलेश द्विवेदी एमपी नगर जोन-1 में स्थित ब्रांच से निकलते हुए परेशान नजर आए। कहा- मेरा यहां करंट अकाउंट है। 3-4 पार्टियों को आज के चेक दिए थे। जैसे ही खबर लगी तो ब्रांच पहुंचा। यहां कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जिन्हें चेक दिए हैं, वे यदि बाउंस हो गए तो मैं क्या करूंगा।
कैश खत्म हो गया, कह रहे हैं कल आइए
रिटायर अधिकारी यूके श्रीवास्तव भी ब्रांच के गेट के सामने खड़े थे। उन्होंने बताया कि यहां पैसे निकलाने पहुंचा था। जवाब मिला- अभी बैंक में कैश खत्म हो गया है, कल आ जाइए। बैंक कर्मचारियों ने यह भी कहा कि महीने में 50 हजार रुपए से ज्यादा राशि नहीं निकाल सकते। 3 घंटे से परेशान हो रहा हूं। यदि पहले बता देते तो इतना परेशान नहीं होता। ये सिर्फ एक दो लोग नहीं, बल्कि 150 से ज्यादा ग्राहक सुबह से दोपहर तक परेशान होते रहे।
किसी ने नहीं दिया उचित जवाब
इस ब्रांच में दोपहर एक बजे ही कैश खत्म हो गया। शाखा में पहुंचने वाले ग्राहकों को अधिकारी और कर्मचारी यही जवाब दे रहे थे कि थोड़ी देर बाद कैश पहुंच जाएगा। इसके चलते कई ग्राहक इंतजार करते नजर आए। बैंक का पक्ष जानने के मैनेजर से बात की गई तो उन्होंने कहा आप पीआरओ स्वाति सिंह से बात कर लीजिए। मुंबई स्थित दफ्तर में पीआरओ के मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
क्या है मामला
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस बैंक का बोर्ड भंग कर दिया है। आरबीआई की पाबंदी के बाद इस बैंक से ग्राहक एक माह में 50 हजार रुपए से ज्यादा राशि नहीं निकल सकते। रिजर्व बैंक ने यस बैंक के प्रशासक के रूप में एसबीआई के एमडी प्रशांत कुमार काे नियुक्त किया है।
यह है स्थिति
- 10 हजार खातेदार करते हैं लेनदेन।
- 04 ब्रांच हैं राजधानी में इस बैंक की।